Sunday, January 26, 2020

जीने का हुनर फूल से सीखे

जिस तरह है फूल एक नए दिन को गले लगाता है, हम में से प्रत्येक के लिए एक वास्तविक प्रेरणा हो सकता है धूप की पहली किरण जब पेड़ों की शाखाओं पर दस्तक देती हैं तो उसकी आहट पाकर फूल उठ जाता है और ओस से स्नान करने के बाद धीरे धीरे अपनी पंखुड़ियों को चौड़ा करने लगता है। जिस समय यह अपनी पंखुड़ियों को खोलता है कभी फिर बंद नहीं करता जब तक कि शाम और सोने का समय नहीं हो जाए। जो कोई भी फूलों को अपनी आंखों से स्पर्श करता है वह प्रफुल्लित हो उठता है। फूल उसे सौंदर्य ही नहीं सुगंध से भी भर देता है । इसलिए हमें चाहिए कि अपने प्रत्येक दिन को उत्साह, ऊर्जा और ताजगी से के साथ शुरू करें और जितने भी लोग हमसे दिन भर मिलते रहें हमसे एक खुशी का एक रंग और एक सुंदरता कुछ न कुछ हम उनके साथ जरूर साझा करें। सच्ची करुणा और प्रेम ही संसार को आपका सबसे बड़ा उपहार है। अपने दिन को सार्थक कीजिए। आपका दिन मंगलमय हो।।।     
       ओंकार सिंह शेखावत।।

Thursday, January 23, 2020

आप जन्मजात विजेता हैं।

जेम्स पार्कर कहते हैं कि हर आदमी जन्म से ही विजेता है। जब आपका जन्म हुआ तो आप का मुकाबला 10 लाख शुक्राणु कोशिकाओं से था। आप सबसे तेज आगे बढ़े और तमाम बाधाओं को पीछे छोड़ते हुए माता के गर्भ में अंडे से जा मिले। जितना संघर्ष आपने इस दुनिया में आने के लिए किया इतना तो जन्म लेने के बाद कभी करेंगे भी नहीं। आपके माता-पिता को तो पता भी नहीं था कि आप जन्म लेने वाले हैं। हो सकता है  उनकी योजना भी नहीं हों कि आपका जन्म हो। संघर्ष करने का स्वभाव तो आप के अस्तित्व में ही छिपा है बस यह पहचानने और मानने की जरूरत है कि आप सर्वश्रेष्ठ हैं। बाधाओं को पार कर सकने की क्षमता तो आप इस दुनिया में आने से पहले ही सिद्ध कर चुके हैं। सड़क अगर शीशे की बनी हो तो उस पर चलना असंभव है इसलिए उसे खुरदरा बनाया जाता है क्योंकि आगे बढ़ने के लिए चिकनाई नहीं घर्षण जरूरी होता है। जीवन में संघर्ष इसीलिए आते हैं। वे आपको विजेता बनाने के लिए आते हैं।
।।ओंकार सिंह शेखावत।।

Friday, January 17, 2020